Saturday, November 28, 2009

हिमाचल प्रदेश:किन्‍नौर






किन्‍नौर का परिचय हिमाचल प्रदेश का एक जनजातीय जिला किन्नौर ६,४०७ कि.मी. में फैला एक ऐसा स्थान जहाँ का इतिहास बहुत प्राचीन हैं। यहां बहने वाली सतलज नदी के किनारे-किनारे चलकर ही किन्नौर यात्रा का आनंद लिया जा सकता हैं। यहाँ से भारत का सबसे महत्वपूर्ण वं संवेदनशील ‘हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग‘ गुजरता हैं। संवेदनशील होने के कारण पर्यटकों को इस क्षेत्र में भ्रमण के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार से परिमट जारी कराना पडता हैं। शिमला से किन्नौर भ्रमण करते हुएद्व लाहुल-स्पिति से होते हुए मनाली पहुंचा जा सकता हैं।



दर्शनीय पर्यटन स्‍थल




सांगला

सांगला (२,८६० मी.) किन्नौर क्षेत्र में सबसे बडा एवं दर्शनीय गांव हैं, जो करचम से १८ कि.मी. दूर हैं। यहां केसर के खेत, फलोद्यान और ऊपर जाने पर आल्पस के चरागाह हैं। किन्नौर कैलाश चोटी मन मोह लेती हैं। यहां से काली देवी का किले जैसा मंदिर ‘कमरू फोर्ट‘ भी देखा जा सकता हैं।.

करचम


करचम (१८९९ मी.) सतलज और बस्पा नदियों के संगम स्थल जोअरी, वांग्तु और तापरी गांवों के बाद आता हैं, जहाँ से सुन्दर बस्पा और सांगला घाटी प्रारंभ होती हैं।......






चिटकुल

चिटकुल (३,४५० मी.) सांगला घाटी में अंतिम गांव हैं, जो सांगला से २६ कि.मी. दूर स्थित हैं। भोजपत्र नामक वृक्षों के जंगलों से घिराद्व यह आल्पस के खूबसूरत चरागाहों और हिम भूदृश्यों के लिए जाना जाता हैं।...... 
पोवारी
पोवारी रामपुर से ७० कि.मी. दूर राष्ट्रीय राजमार्ग २२ पर अंतिम मुख्य ठहराव हैं।......


रिकोग पिओ



रिकोग पिओ (२६७० मी.) शिमला से २३१ कि.मी. और पोवारी से ७ कि.मी. दूर स्थित, किन्नौर जिले का मुख्यालय हैं। यहाँ स्थित उप-जिला मुख्यालय से किन्नौर घाटी में पर्यटन हेतु अनुमति ली जा सकती हैं। निकट ही भगवान बुद्ध की प्रतिमायुक्त कालाचक्र मंदिर से किन्नौर कैलाश का सुन्दर दृश्य दिखाई देता हैं।......

कोठी



कोठी, रिकोंग पिओ से मात्र ३ कि.मी. दूर स्थित हैं, जहां चंडिका देवी का मंदिर हैं। पहाडों की गोद और देवदार के झुरमुट के बीच स्थापित इस मंदिर की शैली और शिल्प असाधारण हैं। देवी की स्वर्ण-निर्मित प्रतिमा अप्रतिम हैं।......




कल्पा



कल्पा रिकोंग पिओ से ७ कि.मी. दूर स्थित ह। नदी के पार, कल्पा के सामने किन्नर कैलाश श्रृंखला हैं। भोर के समय जब उगत सूर्य की लाल और हल्की सुनहरी रश्मियां हिमानी चौटियों की चूमती हैं तो वह दृश्य बडा नयनाभिराम होता हैं।......
पांगी
पांगी रिकोंग पिओ से चिलगोजा चीड के जंगलों से गुजरते हुए १० कि.मी. दूर स्थित हैं। यह सेब के उद्यानों से घिरा हैं, जहां बुद्ध मंदिर, शेशरी नाग मंदिर दर्शनीय हैं।......






रिब्बा


रिब्बा पोवारी से १६ कि.मी. दूर राष्ट्रीय राजमार्ग २२ पर स्थित, अपने अंगूर के बगीचों और अंगूर से बनाई गई स्थानीय शराब ‘अंगूरी‘ के लिए मशहूर है।......


मूरांग
मूरांग राष्ट्रीय राजमार्ग २२ पर पोवारी से २६ कि.मी. दूर, खूबानी की वाटिकाओं के मध्य स्थित हैं।......


पुह


पुह राष्ट्रीय राजमार्ग २२ पर पोवारी से ५८ कि.मी. दूर स्थित हैं जहां हरियाले खेत, खूबानी व अंगूर के बगीचे और बादाम के उद्यान देखे जा सकते हैं। यहां ठहरने की आरामदायक सुविधाएं हैं।......
नाको
नाको राष्ट्रीय राजमार्ग २२ से थोडा अलग यांगथांग लिंक रोड पर खूबसूरत गांव हैं, जो निर्जन हांगरांग घाटी का सबसे बडा गांव हैं।......


चांगो एवं लियों


चांगो एवं लियों सेब के उद्यानों से भरपूर हैं। चाँगो में बुद्ध मठ भी स्थित है।......



सुमधो


सुमधो स्पिति एवं पारे-चू नदियों के संगम स्थल पर स्थित, किन्नौर का अंतिम गाँव हैं।......


ठहरने हेतुः



स्बाला गेस्ट हाउस, रेकोंग पिओ, फोन २२२८५२
होटल बंजारा, सांगला, फोन ६५१३८२८
रूपिन रीवर गेस्ट हाउस, सांगला फोन २४४२२५, २४४२०५
किन्नर कैलाश कॉटेज, कल्पा फोन २२६१५९
शिवालिका गेस्ट हाउस, कल्पा फोन २२६१५८
पी.डब्ल्यूडी रेस्ट हाउस तथा फोरेस्ट गेस्ट हॉउस उपलब्ल हैं
ट्रेवल एजेन्ट
स्नोलाईन ट्रावेल्स, छोलिंग, फोन २५३१८७
नेशनल ट्रेवलर, रेकोगं पिओ, फोन २२२२४८





















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