Tuesday, December 1, 2009

रानीखेत

रानीखेत शहर मार्गदर्शिका


रानीखेत वह स्थान है, जहां से सर्वगिक हिमालय, हरे-भरे वन, शानदार पर्वत, नज़ाकत लिए पौधे और शानदार वन्य प्राणी सबसे अच्छी तरह देखे जा सकते हैं। प्रकृति और इसके तत्वों को पूरे शबाब में देखने के लिए, रानीखेत आदर्श स्थान है। ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान ने राजा सुधारदेव की रानी पद्मिनी का मन मोह लिया था। रानी ने इस स्थान को अपना निवास बना लिया, तभी से इसे रानीखेत, अर्थात् "क्वीन्स फील्ड" कहा जाने लगा। समुद्र तल से 1829 मी. की ऊंचाई पर स्थित यह हिल रिज़ार्ट निसंदेह पर्यटकों का स्वर्ग है। पहाड़ों से आती सुगंधित हवा, ताज़ा और शुद्ध होती है, चिड़ियों की चहचहाट, हिमालय की सुदंर दृश्यावली - देखने वाले को अवाक कर देती हैं।
वर्षा के दिनों में, इंद्रधनुषी रंगों के फूल चारों ओर खिल जाते हैं, पेड़ों की टहनियां फूलों से लद जाती हैं और बादलों से आंख-मिचौनी करती धूप पूरे रानीखेत में शानदार प्रभाव छोड़ती है।
जैसे ही सर्दी आती है, मुलायम रूप में गिरती बर्फ पूरे वातावरण को बर्फ की सफेद चादर में लपेट लेती है। प्रत्येक मौसम की अपनी अलग पहचान है। और कुल मिलाकर यह सब रानीखेत को हरेक-मौसम का गंतव्य स्थल बना देता है।
कैंटोनमेंट (यह स्थान ब्रिटिश सैनिकों के लिए एक हिल स्टेशन के रूप में चुना गया था और तदनुसार 1869 में यहां कैंटोनमेंट की स्थापना हुई थी) होने के कारण, कुमाऊं रेजमेंटल सेंटर, म्यूजियम और मेमोरियल रानीखेत की शान हैं।

स्मारक एवं दर्शनीय स्थल

चौबितया गार्डन :

फलों के पेड़ो, विशेषकर सेब के पेड़ो से लदा यह प्रकृतिक स्थान रानीखेत से 10 कि.मी. की दूरी पर है, जो अपनी फ्रूट-बैल्ट और फल अनुसंधान केंद्र के लिए प्रसिदंध है।

भालूदाम :
चौबतिया गार्डन से 3 कि.मी. दूर यह छोटा सा आर्टिफिशियल लेबल पूरे वर्ष पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है।

उपत कलिका :


अल्मोड़ा की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर शहर से 6 कि.मी. की दूरी पर इस स्थान पर देश के सबसे बेहतर माउंटेन गोल्फ लिंक (होल्स) हैं, जो चारों ओर से ओक के घने जंगलों से घिरा है।

द्वाराहाट:
रानीखेत से 38 कि.मी. दूर यह स्थान कभी कटयूरी राजाओं का स्थान रहा था। द्वाराहाट में में प्राचीन मूर्तियां बहुतायत में है।

No comments:

Post a Comment